बुलंदशहर : में नहर स्थित कार्शनीय कलाप आश्रम पर भगवत कथा के पांचवे दिन की कथा करते हुए विश्व चैतन्य महाराज ने कहा की वर्तमान समय में मानव केवल अपना स्वार्थ में लगा हुआ है जबकि हमारे धर्म में हमेशा है सबके उत्थान की बात कही अतः संतसंग का होना जरूरी है सतसंग से है समाज में बदलाव आ सकता है आज की कथा गोवर्धन की पूजा का वर्णन किया गया महाराज ने कहा की गोकुल में इंद्र की पूजा होती आ रही थी भगवान उसको समाप्त करके गोवर्धन की पूजा की जिससे की इंद्र नाराज हो गया और उन्होंने गोकुल विशाल वारिस कर दी जिसके कारण पूरे गोकुल में हा हा मच गयी तब भगवान अपनी कन्नी ऊँगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया तथा पूरे गोकुल की वारिस से बचाया ज़ब इंद्र को भी अपने गलती का एहसास हो गया और उसनी अपनी गलती को माना और भगवान के शरणागत हो गए आज की कथा में रामकिशोर शर्मा बलदेव बाधवा अभिषेक अग्रवाल दिनेश शर्मा योगेश शर्मा के पी सिंह योगराज अरोरा राम पल सिंह उमेश चंद शर्मा गोपाल गौतम रवि कुमार सहित अनेक भक्तो ने भाग लिया

Spread the love