बुलंदशहर : में भैया दूज पर्व भाई-बहन के अटूट प्रेम और स्नेह का प्रतीक है, जो हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस पर्व को यम द्वितीया या भातृ द्वितीया भी कहा जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।*भैया दूज पूजा विधि:*- बहनें सुबह स्नान करके पवित्र वस्त्र धारण करती हैं और पूजा स्थल पर दीपक, चावल, रोली, नारियल, मिठाई और कलावा सजाती हैं।- भाई को पूर्व या उत्तर दिशा में बैठाकर तिलक किया जाता है।- तिलक के दौरान बहनें भाई की दीर्घायु और सुख-समृद्धि के लिए मंत्र जाप करती हैं, जैसे कि “ॐ यमाय नमः”।- पूजा के बाद भाई अपनी बहन को उपहार देकर उनकी रक्षा का संकल्प लेते हैं।*भैया दूज का महत्व:*- यह पर्व भाई-बहन के रिश्ते में प्रेम और विश्वास को मजबूत करता है।- इस दिन यमराज और यमुना की पूजा करने से पापों का नाश होता है और पारिवारिक कल्याण होता है।- भैया दूज का पर्व पारिवारिक एकता, प्रेम और जिम्मेदारी की भावना को मजबूत करता है ¹ ² ³।
भैया दूज पर्व धूमधाम से मनाया गया
