औरंगाबाद : बुलंदशहर गांव नंगला करन में बेहद शोक का माहौल है। मणिपुर के इंफाल में असम राइफल्स के जवान गांव निवासी अरूण कुमार राघव पुत्र राजेन्द्र सिंह राधव का गुरुवार को हृदय गति रुकने से आक्समिक निधन हो गया था। रोते बिलखते परिजन अरुण के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे हैं।शनिवार को अरुण का शव गांव पहुंचने की आशा जताई जा रही है। ब्लाक लखावटी अंतर्गत गांव नंगला करन में राजेन्द्र सिंह राधव के घर बेहद गमगीन माहौल में परिजनों और ग्रामीणों को अपने लाल अरुण के पार्थिव शरीर के आने का सारे दिन इंतजार रहा। हालांकि शुक्रवार को अरुण का पार्थिव शरीर गांव पहुंचने की उम्मीद थी लेकिन सभी को निराशा ही हाथ लगी। राजेन्द्र सिंह राघव के बड़े बेटे अरविंद कुमार व मझले बेटे अरुण कुमार असम राइफल्स में तैनात थे और छोटा बेटा अजय उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल है। अरुण की पत्नी ब्यूटी अपने दोनों पुत्रों उमंग लगभग दस बरस व रूद्र लगभग छः बरस को लेकर दिल्ली में शिक्षा दिला रही थी। गांव में अरुण के आक्समिक निधन का समाचार सुनकर समूचे गांव में शोक छा गया। समस्त ग्राम वासियों ने शोकाकुल परिवार को आवास पर पहुंचकर ढांढस बंधाया। शुक्रवार को सारे दिन शोकाकुल ग्रामीणों और परिजनों ने अरुण के शव का बेसब्री से इंतजार किया लेकिन अरुण का शव गांव नहीं पहुंच सका। अब शनिवार को उसके शव को गांव पहुंचने की आशा जताई जा रही है।
परिजनों को है अपने लाल की डैड बाडी का इंतजार गांव नंगला करन के अरुण का आन ड्यूटी इंफाल में हुआ आक्समिक निधन असम राइफल्स के जवान के रूप में मणिपुर इंफाल में था तैनात
