सभासदों ने प्रशासन को सौंपा निष्पक्ष जांच कराने का मांगपत्र
औरंगाबाद (राजेन्द्र अग्रवाल) : नगर पंचायत औरंगाबाद में एक दर्जन से अधिक फर्ज़ी कर्मचारियों के नाम पर लाखों रुपए महीने वेतन के नाम पर डकार लिए जाने की शिकायत अब जिलाधिकारी एवं अपर जिलाधिकारी प्रशासन से की गई है। शिकायत कर्ता सभासदों ने प्रशासनिक अधिकारियों को शपथ पत्र के साथ शिकायती पत्र देकर नगर पंचायत में हुऐ इस गंभीर फर्जीवाड़े की निष्पक्ष जांच पड़ताल कराने और हड़पे गये सरकारी धन को घोटाले बाजों से वसूली कराकर उन्हें कठोर दण्ड दिलाये जाने की मांग की है।
नगर पंचायत के आधा दर्जन सभासदों ने जिलाधिकारी श्रुति शर्मा एवं ए डी एम (प्रशासन) प्रमोद पाण्डेय को संयुक्त हस्ताक्षरित शिकायती पत्र देकर अवगत कराया है कि हमने दिनांक 15 सितंबर को अधिशासी अधिकारी को शिकायती पत्र देकर सूचना दी थी कि चेयरमैन सलमा और ठेकेदार की मिली भगत से एक दर्जन से अधिक ऐसे संविदा कर्मियों के खाते में मानदेय भेजा जा रहा है जो कि चेयरमैन, सभासद के परिजन हैं अथवा चेयरमैन के घर पर निजी कार्य कर रहे हैं।

शिकायत कर्ता सभासदों ने आगे कहा है कि हमारी शिकायत पर अधिशासी अधिकारी सेवा राम राजभर ने अपनी मौजूदगी में चेयरमैन और सभासदों के सामने कर्मचारियों की परेड कराई थी जिसमें एक दर्जन से अधिक फर्ज़ी कर्मचारियों का मामला सामने आया । जिसपर ईओ ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर जांच पड़ताल कर रिपोर्ट देने के लिखित आदेश दिए थे। जांच कमेटी सदस्यों विजय सिंह और किशोरी लाल ने 26 सितंबर शुक्रवार को ग्यारह बजे शिकायत कर्ता सभासदों को नगर पंचायत कार्यालय बुलाया और उनके सामने नगर पंचायत के टैक्स कलैक्टर नेमपाल सिंह से कर्मचारियों की पत्रावली और रजिस्टर जांच पड़ताल हेतु मांगे लेकिन नेमपाल सिंह ने रिकार्ड कार्यालय में नहीं होने तथा रिकॉर्ड चेयरमैन के घर पर होने की बात कही और कहा कि जिसको रिकार्ड देखना है वो चेयरमैन के घर पर जाकर देख ले।
शिकायत कर्ता सभासदों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि जांच कमेटी में किसी वरिष्ठ अधिकारी को शामिल कर इस घोटाले की निष्पक्ष जांच पड़ताल कराई जाये और घोटाले के दोषियों से घोटाले की रकम वसूल कर कठोर कार्रवाई की जाये। शिकायती पत्र पर सभासद बब्लू लोधी इकलाख कुरैशी संतोष सैनी तबस्सुम मेवाती गौरव कुमार महेश लोधी और सासंद प्रतिनिधि अर्जुन सिंह के हस्ताक्षर हैं।