बुलंदशहर : में शनिवार को किसानों के नेता कहे जाने वाले जन नेता प्रोफेसर किरण पाल सिंह की पुण्यतिथि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के कई बड़े नेता एक मंच पर नजर आए। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे, वहीं प्रदेश सरकार में मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने भी कार्यक्रम में शिरकत की। प्रो. किरण पाल सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए प्रदेश की विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेता एक साथ मंच साझा करते दिखाई दिए। कार्यक्रम स्थल पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने अपने प्रिय जन नेता को याद किया। सभी नेताओं ने प्रो. किरण पाल सिंह के योगदानों को याद करते हुए उन्हें किसानों का सच्चा मसीहा बताया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने मंच से बड़ा बयान देते हुए योगी सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की मर्यादाओं को लगातार कमजोर कर रही है। जब पत्रकारों ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर सवाल किया, तो नेता प्रतिपक्ष ने कहा “सरकार बिहार में तो बात नहीं पाई, कहां हैं घुसपैठिए? जनता को गुमराह करने का काम किया जा रहा है।” उन्होंने अखिलेश यादव का फेसबुक अकाउंट डिलीट किए जाने पर भी सरकार को घेरा। पांडे ने कहा “ये गलत किया गया है, ये सरकार की तानाशाही का प्रतीक है।” इसके साथ ही उन्होंने बरेली में हुए लाठीचार्ज की घटना की निंदा करते हुए कहा कि लोकतंत्र में आवाज उठाने वालों पर लाठीचार्ज करना निंदनीय है। कुल मिलाकर, प्रो. किरण पाल सिंह की पुण्यतिथि कार्यक्रम न केवल श्रद्धांजलि का मंच रहा, बल्कि मौजूदा राजनीतिक माहौल पर तीखे बयानबाजी का भी केंद्र बन गया।
जन नेता प्रोफेसर किरण पाल सिंह की पुण्यतिथि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
