औरंगाबाद : बुलंदशहर उत्तर प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर पद से रिटायर्ड जबरसिंह की गुरुवार देर शाम सड़क हादसे में दुखद मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने भेजा। पोस्टमार्टम के पश्चात गांव मढैय्या करीमपुर में गमगीन माहौल में मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया गया घटना से समूचे गांव में शोक व्याप्त है।प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव मढैय्या करीमपुर निवासी स्वतंत्रता सेनानी शीशपाल सिंह के पुत्र जबर सिंह जो कि कुछ वर्ष पूर्व यूपी पुलिस के सब-इंस्पेक्टर पद से रिटायर हुए थे गुरुवार की सांय लगभग साढ़े सात बजे औरंगाबाद से घरेलू सामान लेकर अपनी बुलेट बाइक पर सवार होकर गांव वापस लौट रहे थे। बुलंदशहर स्याना गढ़ स्टेट हाइवे पर मूढ़ी बकापुर सत्संग घर के नजदीक पीछे से तीव्र गति से आ रहे एक ट्रैक्टर ट्राले ने बाइक को टक्कर मार दी। बताया जाता है कि टैक्टर ट्राले में लोहे के पाइप आदि लदे हुए थे जो काफी बाहर तक निकले हुए थे। लोहे का पाइप बुलेट सवार जबर सिंह के सिर में लगा जिसके फलस्वरूप बाइक लुढ़क गई और जबरसिंह की मौके पर ही मौत हो गई। टैक्टर ट्राले को मौके पर छोड़कर चालक भाग निकला। सूचना पाकर थाना प्रभारी वरुण शर्मा मय फोर्स मौके पर पहुंचे और घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लखावटी पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम कराने के पश्चात मृतक के परिजनों को सौंप दिया। अत्यंत गमगीन माहौल में सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया गया। जबर सिंह ने अपने पीछे पत्नी और दो विवाहित पुत्रियों को छोड़ा है। गांव में अत्यंत लोकप्रिय दरोगा जबर सिंह ने गांव का मुख्य द्वार बनवाया था और गांव में श्मशान घाट, शिवमन्दिर, दादा का मंदिर परिसर में काफी विकास कार्य कराए थे। हाल ही में 17 जून को उनके दो भतीजे आकाश पुत्र नरेंद्र सिंह तथा विकास पुत्र ज्ञानेंद्र सिंह पुलिस भर्ती में सलेक्ट होकर बरेली ट्रेनिंग हेतु रवाना हुए थे।
स्वतंत्रता सेनानी के सेवा निवृत्त दरोगा पुत्र की सड़क हादसे में दुखद मौत पोस्टमार्टम के पश्चात पैतृक गांव मढैय्या करीमपुर में हुआ अंतिम संस्कार
