बुलंदशहर : में अहोई अष्टमी व्रत माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए रखती हैं। इस दिन माताएं पूरे दिन बिना पानी पिए व्रत रखती हैं और शाम को तारों को अर्घ्य देकर व्रत खोलती हैं।*अहोई अष्टमी व्रत की पूजा विधि:*1. *सुबह की पूजा*: सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनें और व्रत का संकल्प लें।2. *दीवार पर अहोई माता की आकृति बनाएं*: गेरू या लाल रंग से अहोई माता और उनके सात पुत्रों की तस्वीर बनाएं।3. *शाम की पूजा*: शाम को तारे निकलने पर पूजा शुरू करें, रोली-फूल चढ़ाएं और दीपक जलाएं।4. *भोग और कथा*: माता को दूध-भात और हल्वे का भोग लगाकर, हाथ में गेहूं के दाने लेकर व्रत कथा ध्यान से सुनें।5. *तारों को अर्घ्य*: तारों को जल अर्पित करें और व्रत खोलें।*अहोई अष्टमी व्रत के नियम:*- पूरे दिन निर्जला व्रत रखें।- शाम को तारों को अर्घ्य देकर व्रत खोलें।- व्रत के दौरान किसी की निंदा न करें और अहोई माता की कथा का गुणगान करें।*शुभ मुहूर्त:*- पूजा मुहूर्त: शाम 5:53 बजे से 7:08 बजे तक- तारों को अर्घ्य देने का समय: शाम 6:17 बजे से शुरू ¹ ²
अहोई अष्टमी व्रत माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए रखती हैं।
