बुलंदशहर : सिद्दीकी मनिहार बिरादरी के मेरठ मंडल कॉर्डिनेटर हाजी खालिद सिद्दीकी ने बताया कि ईदुल अजहा के मौके पर इस तरफ़ ख़ास तव्वजो देने की जरूरत है, हमारे देश में आमतौर पर गोबर व गंदगी इसी तरह जानवर जिबह होने के बाद उसका खून नाकाबिले इस्तेमाल गोस्त, चर्बी, चमड़ा, हडि्डयों उसको रास्ते में गली मोहल्ले में फेंक दिया जाता है जिसकी वजह से जगह-जगह गांधी देर लग जाते हैं बदबू फैलती है और खतरनाक बीमारियां जन्म लेती हैं।इस नाखुशगवार सूरत-ए-हाल में एक तरफ़ पूरी कौम ख़ास तौर पर बच्चों को सेहत के हवाले से पेचिदा मसाइल और खतरनाक लाहिक हो जातें हैं तो दूसरी तरह सुन्नत इब्राहिम के हवाले से गैर मुस्लिम समाज के सामने अच्छा पैगाम नहीं जाता, सोशल मीडिया के जरिए सफाई की बद्तर सूरत हाल दुनिया के सामने आ जाती है और मुसलमान की मैसेज पर पूरा असर पड़ता है दुनिया भर में गैर मुस्लिम मुसलमान को गंदी कोम समझने लगते हैं। जबकि दरहकीकत इस्लाम में तो सफाई सुथराई और नज़ाफत का दीन हैं।ईदुल अजहा के मौके पर सफाई का खास ख्याल रखें,रास्तों एवं सार्वजनिक स्थानों पर कुर्बानी न करें कुर्बानी के जानवर का दिखावा न करें कुर्बानी के बाद उपयोग में न आने वाली चीजों को एक तरफ़ दफ़न करें या नगर पालिका द्वारा चिन्हित स्थान पर ले जाकर डाल दें या सफाई कर्मचारी द्वारा उठवा दे कानूनी रूप से प्रतिबंधित जानवर की कुर्बानी का विशेष परहेज़ करें कुर्बानी का खून को दफन करदे या अधिक मात्रा में नील की बोतल डाल कर पानी बहा दें साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें किसी को भी आपकी वजह से कोई परेशानी नहीं होनी चाहिएकुर्बानी की वीडियो बनाकर हरगिज सोशल मीडिया पर ना डालें कुर्बानी का गोश्त गरीबों और जरूरतमंदों तक पहुंचाने का खास ध्यान रखें कानून का आंदोलन न करें अनुशासन बनाए रखें और प्रशासन का साथ दे
सफाई सुथराई ईमान का हिस्सा है और कुरान व हदीस में इसकी बड़ी ताकीद हाजी खालिद सिद्दीकी
