बुलंदशहर : में नहर स्थित कार्शनीय कलाप आश्रम पर चल रही श्री मद भागवत कथा के आख़री दिन सुदामा चरित्र का वर्णन किया गया विश्व चैतन्य महाराज ने कथा करते हुए कहा की दुनिया के सारे दुख का कारण ये मन है क्योंकि हमारे मन में ज़ब कोई बिना मन की आती है तो हम दुखी हो जाते हैँ जबकि ज़ब मन में कोई अच्छी बात आती है तो हम प्रसन्न हो जाते है अतः सब मन की लीला है जो मानव दूसरी की हित बात करता है वह कभी परेशान नहीं होता है सदा भगवत भजन में लगा रहता है सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कहा है सुदामा भगवान के बाल सखा थे किन्तु किसी प्रराराब्ध के कारण जीवन बड़ी ग़रीबी बीत रहा था एक दिन की उनकी पत्नी ने कहा की गोविन्द तो तुम्हारे मित्र है उनके पास क्यों नहीं जाते पत्नी की बात मानकर सुदामा भगवान से मिलने पहुंचेसुदामा ज़ब भगवान के पास पहुंचे तो सुदामा की दशा देखकर गोविन्द अपने आसूं नहीं रोक पाए उन्होंने कहा की सुदामा तुम इतने दिन कहां रहे तुम्हे अपने मित्र पर इतना भी भरोसा नहीं था तथा उन्होंने सुदामाअपने भवन में भव्य स्वागत किया अपने साथ बैठकर भोजन कराया तथा सुदामा का जीवन ही बदल दियाआज की इस भव्य कथा में राम किशोर शर्मा बलदेव बाधवा गौपाल गौतम रवि कुमार उमेश चन्द शर्मा रामेश्वर महेशवरी दीपक कुमार बॉबी महेश शर्मा सहित अनेक भक्तो ने भाग लिया

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