बुलंदशहर : में नहर स्थित आश्रम पर चल रही श्री मद भागवत कथा के छते दिन मथुरा से पधारे स्वामी विश्व चैतन्य जी महाराज ने रुक्मणि विवाह का वर्णन बढ़े है मार्मिक ढंग से किया रुक्मणि मन है मन कृष्णा को अपना मान चुकी थी किन्तु उसका भाई उसकी शादी कही और करना चाहता था रुक्मणि यह बात गोविन्द तक पहुंचा दी और एक दिन मंदिर के बहाने घर से आ गई और गोविन्द के साथ आगईं विश्वचैतन्य महाराज ने कहा की जिसको एक बार गोविन्द की लग्न लग जाति है फिर वह उसी का होकर रह जाता है उसे दुनिया में हर जगह भक्ति है दिखाई देती है उन्होंने कहा की भागवत कथा है जीवन का सार इसमें भगवान की भिन्न भिन्न लीलाओ का वर्णन किया गया इस अवसर पर बलदेव बाधवा राम किशोर शर्मा गोपाल गौतम विनोद महेशवरी रामेश्वर महेशवरी दिनेश शर्मा राजकुमारी जायसवाल सहित अनेक भक्तो ने भाग लिया

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