बुलंदशहर : आज खर-दूषण वध, सीता हरण की लीला देखकर दर्शकगण मंत्र मुग्ध हो गए! मंचन के दौरान अन्य दिनों की अपेक्षा शुक्रवार को पंडाल दर्शकों से भरा रहा।रामलीला मंचन की शुरुआत शूर्पणखा नाक कटाई से हुई! रामलीला मंचन की शुरूआत शूर्पणखा नाक कटाई से हुई जंगल में विचरण करती हुई शूर्पणखा पंचवटी पहुंचती है सुंदर श्री राम लक्ष्मण को देखकर विवाह करने का प्रस्ताव रखती है, शादी करने से दोनों भाई मना कर देते हैं! इससे नाराज होकर शूर्पणखा सीता मां को मारने के लिए हमला कर देती है !इस पर सुमित्रानंदन लखन खड़क से नाक कान काट देते हैं! इससे क्रोधित होकर शूर्पणखा वहां से भाग जाती है और भाई खर-दूषण को पूरा विवरण बताकर प्रतिशोध लेने के लिए कहती है!खर-दूषण श्री राम से बदला लेने के लिए आक्रमण कर देते हैं श्री राम लखन अपने बाणों से खर-दूषण का वध कर देते हैं यह देखकर शूर्पणखा लंका पति भाई रावण के पास जाती है और राम लखन से प्रतिशोध लेने की कहती है! शूर्पणखा रावण के सामने सीता का सौंदर्य का बखान करके उन्हें लंका की महारानी बनाने की बात रावण से कहती है लंका की महारानी बनाने की इच्छा से रावण सीता हरण की योजना बनाता है रावण अपने मामा मारीच को सोने का मृग बनाकर पंचवटी के जंगल में भेजते हैं! माता सीता पंचवटी में बैठी हुई होती है! दूर सोने का मृग विचरण कर रहा है जिस पर माता सीता मोहित हो जाती हैं सोने का मृग छाल लाने के लिए कहती हैं! श्री राम विवश होकर हिरण को पकड़ने के लिए दूर चले जाते हैं !रावण का मामा मारीच छल करते हुए रुदन की आवाज में सिते सीते लक्ष्मण लक्ष्मण पुकारने लगता है, आवाज सुनकर व्याकुल मां सीता लक्ष्मण को जिद कर राम की सहायता के लिए भेजते हैं! लक्ष्मण जाते हुए कुटी के चारों ओर सुरक्षा का घेरा बना देता है रावण साधु के भेष में मां सीता से भिक्षा लेने पहुंचता है सीता मां सुरक्षा कवच से निकलकर भिक्षा देती हैं तो रावण उनका हरण कर लेता है! आकाश मार्ग से लंका की ओर ले जाता है! जटायु सीता को बचाने के लिए संघर्ष करता है और घायल हो जाता है प्रभु श्री राम के सीता की खोज में निकलने पर जटायु सारा वृत्तांत सुनाकर प्राण त्याग देता है और प्रभु उसे मोक्ष दिला देते हैं मंचन के दौरान श्री रामलीला समिति के अध्यक्ष नीरज जिंदल, महामंत्री अमित मित्तल कोषाध्यक्ष मनमोहन गुप्ता प्रभारी दिनेश अग्रवाल मीडिया प्रभारी मोहित गर्ग अरविंद अग्रवाल,सुखदेव शर्मा नकुल जिंदल, तुषार अग्रवाल वैभव गुप्ता, तरुण मित्तल,केशव जिंदल, त्रिलोचन सिंह नवनीत जिंदल , सौरभ अग्रवाल,योगेश वर्मा आदि
