पराली नहीं जलाना है,
ये संकल्प निभाना है
स्वच्छ और सुंदर
पर्यावरण बनाना है,
पराली नहीं जलाना है।
किसान मित्र होते हैं कितने
मृदा की सतहों पर
जो उपयोगी फसलों को
इनको हमें बचाना है
पराली नहीं जलाना है।।
गोशाला चल रही हैं अपनी
गांव-गांव या आस-पास
दान करें पराली को
यह संकल्प निभाना है
पराली नहीं जलाना है।
ऋषि-कृषि की भूमि अपनी
परम पूज्य है माटी धरा की
प्रकृति को हमें बचाना है
सूक्ष्मजीवों की रक्षा करके-
जो उपयोगी फसलों को
ताप धरा का नहीं बढ़ाना
हमको पराली नहीं जलाना
सबको यह संकल्प निभाना।।
-धर्मजीत त्रिपाठी
अपर मुख्य अधिकारी
जिला पंचायत बुलन्दशहर।