बुलन्दशहर : जिले के गुलावठी क्षेत्र के निवासी समाजसेवी लॉरेंस अकैडमी के डायरेक्टर व पूर्व प्रत्याशी नगर पालिका गुलावठी सुहेब मेवाती ने जानकारी देते हुए बताया कि रमज़ान का पूरा महीना मोमिनों के लिए खुदा की तरफ से अज़मत रहमत और बा बरकत वाला महीना है इस महीने में मुसलमान रोज़े रखने के साथ साथ सदका ज़कात भी अदा करते हैं क्योंकि रमज़ान का महीना सभी महीनों से अफ़ज़ल महीना है रमज़ान के आखिरी जुमा (अलविदा) के मौके पर नमाज़ पढ़ने के बाद समाजसेवी सुहेब मेवाती ने बताया कि इस मुबारक महीने को अल्लाह ने तीन अशरों में तकसीम किया है रोजेदारों ने रमजान के पहले अशरा में अल्लाह की रहमत के लिए ज्यादा से ज्यादा इबादत की और दूसरे अशरा में अल्लाह से अपने गुनाहों की रो रो कर माफी मांगी और रमज़ान का तीसरा अशरा अल्लाह से जहन्नम की आग से पनाह मांगने का है उन्होंने बताया कि मुसलमान को सच्चे दिल से गरीबों की दिल खोलकर मदद करनी चाहिए।रमजान के आखिरी जुम्मा अलविदा को बड़ी संख्या में मुसलमानों ने नमाज अदा की इस दौरान सभी नमाजियों ने मुल्क में कौम की तरक्की और कामयाबी के लिए दुआ मांगी थाना गुलावठी क्षेत्र के मुस्लिम बाहुल्य गांव मिथेपुर , आस पास के गांवों में में सुरक्षा की दृष्टि से जगह-जगह पुलिसकर्मी मौजूद रहे गुलावटी में सभी मस्जिदों में अलग अलग टाइम पर नमाज़ अदा की गई रमज़ान महीने के आखिरी जुमा (अलविदा) के बाद शव्वाल की पहली तारीख को ईद उल फितर का त्योहार मनाया जाता है जिसे मीठी ईद भी कहते हैं कैलेंडर वर्ष के अनुसार इस बार ईद का त्योहार सोमवार को मनाया जाएगा।
सदका ज़कात हर मुसलमान पर फर्ज़
