बुलंदशहर : में दिनांक 23 मार्च 2025 श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजवीर सिंह द्वारा बताया गया कि श्री रविदास विश्व महापीठ मध्य प्रदेश प्रांत की प्रदेश कार्यकारिणी एवं अन्य कई आयोजित कार्यक्रमो में सहभागिता करने हेतु अपने विश्व मारपीठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय श्री सुरजीत कुमार जी के साथ मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जाने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ इसी दौरान सागर में नवनिर्मित संत श्री गुरु रविदास जी के भव्य एवं विशाल मंदिर का अवलोकन करने का भी शुभ अवसर प्राप्त हुतु संत रविदास मंदिर विशाल आकारले रहा है राजवीर सिंह द्वारा अवगत कराया कि इस दौरानश्री गौतम जी टेटवाल, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कौशल विकास एवं रोजगार, मध्यप्रदेश शासन ने बड़तूमा सागर में निर्माणाधीन संत रविदास मंदिर के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। तथा उनका मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ उन्होंने यहां संत रविदास जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पण किये और मंदिर निर्माण हेतु बधाई देते हुए सराहना की। इस अवसर पर नरयावली विधायक श्री प्रदीप लारिया, श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरजीत कुमार,पीठ के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री श्री आत्माराम परमार, उत्तराखंड गंगोत्री धाम की साध्वी रेणुका जी,पीठ के राष्ट्रीय महामंत्री सूरज केरोजी,राजवीर सिंह,राष्ट्रीय प्रवक्ता,पीठ के प्रदेश अध्यक्ष बारेलाल अहिरवार जी, अंकित धोप्ते, सुमित जाटव,ओम प्रकाश मोहिने, किशन लाल अहिरवार, खिलान सिंह, सुनील अहिरवार,श्री मिहीलाल अहिरवार,गंगाराम ठेकेदार, एड.नरेन्द्र अहिरवार, मधुकर जाटव सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।संत रविदास मंदिर के मॉडल का अवलोकन कर विभिन्न निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी ली और संत रविदास भारतीय संस्कृति को परिष्कृत करने, सहेजने और सामाजिक समरसता में संतों की भूमिका से लोगों को परिचित कराने वाले विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के यशस्वी एवं लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता से आज संत रविदास मंदिर का विशाल आकार यहां दिखने लगा है। उन्होंने समय सीमा में सभी निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये और कहा कि 101 करोड़ रुपयों की लागत से 11 एकड़ क्षेत्रफल में बनाया जा रहा यह भव्य मंदिर और संग्रहालय आस्था के साथ-साथ देश-दुनिया के लोगों को भारत की महान संत परम्परा की विचारधारा और संत शिरोमणि रविदासजी के जीवन से परिचित कराने वाला अद्भुत केंद्र बनेगा।सेवानिवृत्त पटवारी राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ राजवीर सिंह द्वारा बताया किमध्यप्रदेश के प्राचीन महत्वपूर्ण शहर सागर में श्रद्धेय कवि व समाज सुधारक संत रविदास के जीवन मूल्य व विरासत को मंदिर संग्रहालय के माध्यम से देश-दुनिया में उजागर करने का प्रयास किया जा रहा है। उनकी मनशानुरूप सभी की समानता और उनके ईश्वर के प्रति समर्पण भाव से लोगों को परिचित कराना मंदिर संग्रहालय का केंद्र बिंदु बनेगा। बगैर आयरन के तैयार किये जा रहे 66 फ़ीट ऊंचे संत रविदास मंदिर का बंसी पहाड़ के लाल पत्थर से नागर शैली में निर्माण किया जा रहा है। मंदिर के गर्भगृह,अंतराल मंडप और अर्धमंडप का रोड से 5 फ़ीट ऊँचा फाउंडेशन बनने के बाद नक्कासीदार पत्थरों के 72 पिलर लगाए गये हैं। इन पिलरों पर मंदिर का ऊपरी ढांचा खड़ा किया जायेगा। मंदिर के आसपास चार गैलरियों का निर्माण किया जा रहा है जहाँ संत रविदास के जीवन को विस्तृत और आधुनिक संसाधनों की मदद से प्रस्तुत किया जायेगा। पुस्तकालय में संत रविदास की आध्यात्मिक व धार्मिक पुस्तकों को संग्रहित किया जायेगा।बड़तूमा सागर में कुल 11 एकड़ क्षेत्रफल में निर्माणाधीन संत रविदास मंदिर प्रांगण में 9 हजार वर्गफ़ीट में मंदिर निर्माण, 15 हजार वर्गफ़ीट में म्यूजियम, 11 हजार वर्गफ़ीट एरिया में 100 बिस्तरों वाली डॉर्मेटरी, 12 हजार वर्गफ़ीट एरिया में 12 कमरों वाला भक्त निवास, लगभग 10 हजार वर्गफ़ीट एरिया में लाइब्रेरी और संगत हॉल, 2152 वर्गफ़ीट एरिया में कैफेटेरिया, 2905 वर्गफ़ीट में हॉली जल कुंड, 538 वर्गफ़ीट एरिया में ग़जीवो निर्माण सहित संत रविदास मंदिर परिसर का निर्माण प्रगतिरत है। मंदिर परिसर के अंदर उक्त सभी संरचनाओं का ढांचा तैयार किया जा रहा हैराष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ राजवीर सिंह द्वारा अपने देश के प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी को उक्त मंदिर का निर्माण कराने के लिए हृदय से कृतज्ञता के साथ आभार प्रकट करते हुए कहा की संत रविदास जी का विशाल एवं भव्य मंदिर सागर में बनवाकर देश के प्रधानमंत्री जी ने भारत क समस्त रविदासिया समाज का समर्थन प्राप्त कर दिल जीत लिया है
भारतीय संस्कृति को परिष्कृत करने, सहेजने और सामाजिक समरसता में संतों की भूमिका से लोगों को परिचित कराने रविदास संग्रहालय मील का पत्थर साबित होगा
