बुलंदशहर : श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों एवं कोरोना काल में निराश्रित हुए बच्चों को उच्च कोटि की शिक्षा प्रदान किये जाने के लिए मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार प्रदेश में 18 अटल आवासीय विद्यालय बनाये गये है। विद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए आज लखनऊ स्थित अटल आवासीय विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मा0 मुख्यमंत्री जी ने शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बच्चों को किट का भी वितरण किया। जनपद बुलन्दशहर में बने अटल आवासयी विद्यालय, कोन्दू में भी कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में आयुक्त मेरठ मण्डल मेरठ श्रीमती सेल्वा कुमार जे0, जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह, सीडीओ कुलदीप मीना सहित संबंधित विभागीय अधिकारियों एवं मा0 जनप्रतिनिधियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया। तहसील सिकन्द्राबाद के अन्तर्गत गांव कोन्दू में बनाये गये अटल आवासी विद्यालय में मेरठ एवं मुरादाबाद मण्डल के बच्चों को कक्षा 06 से कक्षा 12 तक निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 के सत्र का शुभारंभ भी हुआ। विद्यालय में श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों एवं कोरोना काल में निराश्रित हुए बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) के तहत बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने एवं उनके बौद्धिक, शारीरिक विकास के लिए उच्च स्तरीय शिक्षा दिये जाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था की गई है। बच्चांें की शिक्षा के लिए विद्यालय में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण छात्रावास, खान-पान, खेलकूद, चिकित्सा,, ऑनलाइन क्लास, लाइब्रेरी, कम्प्यूटर लैब, मैथ लैब, साइंस लैब, स्पोर्टस रूम, म्यूजिक रूम आदि सभी सुविधायें उपलब्ध करायी गई है। बच्चों का मनोबल बढ़ाने के लिए समय-समय पर विभिन्न प्रकार की प्रतियोगितायें एवं सेशन भी रखे जाते हैं। बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत विद्यालय में सीसीटीवी कैमरें एवं सिक्योरिटी गार्ड भी रखे गये हैं। कार्यक्रम में आयुक्त महोदया ने संबोधित करते हुए शैक्षणिक सत्र में नामांकित हुए बच्चों एवं आज के कार्यक्रम मे के लिए विद्यालय के स्टाफ को बधाई दी। उन्होंने कहा कि गरीब मजदूर के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके इसके लिए मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार अटल आवासीय विद्यालय की स्थापना की गई है। अध्यापकों को निर्देश दिये गये कि बच्चों को उच्च कोटि की शिक्षा मिल सके इसके लिए प्रयास किये जायें। बच्चों के किसी भी प्रकार से भेदभाव नहीं करें। कमजोर बच्चों पर अधिक ध्यान देकर उन्हें भी आगे लाने के प्रयास करें। बच्चों के मनोबल को बढ़ाने के लिए प्रतियोगितायें भी करायी जाये। मण्डल एवं प्रदेश स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं को प्रतिभाग करायें जिससे बच्चे दूसरे विद्यालयों के बच्चों से मिलकर कुछ नया सीख सके। बच्चों से भी कहा कि वह भी लग्न मेहनत से शिक्षा ग्रहण करें। जो भी अध्यापकों के द्वारा पढ़ाया जाता है उसे ध्यान से पढ़े। जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह ने कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों की शिक्षा के लिए जो भी आवश्यक व्यवस्थायें होनी चाहिए वह सभी सुनिश्चित करायी जायें। विद्यालय में शिक्षा से संबंधित किसी भी प्रकार की आवश्यकता के लिए अवगत कराया जाये। मा0 मुख्यमंत्री की प्राथमिकता है कि गरीब मजदूर एवं निराश्रित बच्चों को भी आम बच्चों की तरह ही उच्च कोटि की शिक्षा मिल सके। इस अवसर पर विद्यालय के शैक्षणिक सत्र 2023-24 के वार्षिक परिणाम के मेधावी छात्रों, खेलकूद एवं उत्कृष्ट बच्चों को मा0 आयुक्त जिलाधिकारी ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। स्कूली बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार के बनाये गये मॉडल का भी अवलोकन करते हुए जानकारी ली गई।

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