बुलन्दशहर : गुलावठी थाना क्षेत्र के निवासी लॉरेंस अकैडमी के डायरेक्टर वा पूर्व नगर पालिका प्रत्याशी वा समाजसेवी ने रमजान के महीने को सबसे पाक महीना बताते हुए कहा कि रमजान का महीना रूह को सुकून देने वाला और गुनाहों से माफी का महीना होता है इस्लामी कैलेंडर के नवें नंबर पर आने वाले रमजान के पूरे महीने में मुस्लिम समाज के लोग रोजे रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं और अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी तलब करते हैं इस माह में लोग रोजा रखते हैं और रात में तराबीह और पवित्र कुरान की तिलावत करते हैं समाजसेवी सुहेब मेवाती ने कहा कि यह महीना बड़ी रहमतों और बरकतों का महीना है इस माहे ए मुबारक में भी अगर लोग इबादत करने और गुनाहों की माफी मांगने से महरूम रहते हैं तो यह बड़ी बदनसीबी की बात है उन्हें इस महीने की अहमियत को समझना चाहिए और रोजे नमाज की पाबंदी के साथ दुआओं का खास एहतमाम करना चाहिए सुहेब मेवाती ने कहा की रमजान के महीने में तीन अशरे होते हैं जिनमें दो अशरे गुजर चुके हैं और तीसरा अशरा शुरू हो चुका है यह अशरा जहन्नुम की आग से निजात दिलाता है इसमें एक रात शबे कद्र की होती है जिसमें इबादत का सवाब हजार महीनों की इबादत से ज्यादा होता है इस आखिरी अशरे की रातों में इबादत कर शबे कद्र की तलाश करनी चाहिए।
रूह को सुकून देने वाला होता है रमजान का महीना
