बुलंदशहर : में बाँके बिहारी मित्र मंडल द्वारा डीएम रोड नर्मदेश्वर धाम मंदिर पर आयोजित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान सप्ताह के सप्तम दिवस पूज्य महाराज श्री सुमेधानंद जी ने भगवान कृष्ण के सोलह हज़ार एक सौ आठ विवाहों की कथा सुनाई।प्रत्येक रानी से भगवान के दस पुत्र और एक पुत्री पैदा हुई ,भगवान कृष्ण का इतना बड़ा परिवार होने के पर भी सबसे अनासक्त भाव से रहते थे।बड़े बड़े ऋषि मुनि उनके दर्शन को पहुँचते थे ,भगवान ने द्वारिका में अनेकों लीलाए की जिनका कोई पार नहीं है।भागवत कथा में पूज्य महाराज श्री ने सुदामा का प्रसंग श्रवण कराया और कृष्ण सुदामा की कथा के माध्यम से मित्रता के प्रेम को जीवन की सर्वश्रेष्ठ पूँजी बताया।कथा के समापन में महाराज जी ने परीक्षित के मोक्ष को बताया और सुखदेव जी का पूजन कराया और कहा कि आज की कथा का श्रवण करने से श्रोता को संपूर्ण कथा सुनने का फल प्राप्त होता है।सभी भागवत प्रेमी श्रोताओं ने भागवत पूजन किया आरती कर प्रसाद प्राप्त किया।आज की कथा के मुख्य यजमान अतुल मित्तल और मोना मित्तल थे तथा व्यवस्थाओं में अजय मित्तल,सुखदेव शर्मा,सुनील माहेश्वरी,राधेश्याम गुप्ता,राजकुमार बंसल,विकास शर्मा,विपुल एंग्लो आदि शामिल थे.

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