बुलंदशहर : ऊंचागांव विकास खण्ड क्षेत्र के एक गांव में आम के हरे पेड़ों को बिना अनुमति के ही काट डाले। आम के हरे प्रतिबंधित पेड़ों की तरफ आला अधिकारीयों का नहीं है कोई ध्यान । जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग के आलाधिकारियो को दी।
अमरगढ़ पुलिस चौकी क्षेत्र में पुलिस और वन विभाग की मिली भगत से आए दिनों प्रतिबंधित पेड़ों का कटान धड़ल्ले से चल रहा है। वन विभाग आम के फलदार हरे पेड़ों को रोग ग्रस्त दिखाकर अनुमति दे दी जाती है जिसके एक पेड़ की अनुमति से कटने के बाद उसकी जगह दस पेड़ लगाने का प्रवधान है। लेकिन विभाग की लापरवाही के चलते कटे हुए पेड़ों के स्थान पर पौधारोपण नही किया जाता है। शनिवार को क्षेत्र के गांव मदनगढ़ में आम के 22 पेड़ों पर लकड़ी माफियाओं ने कुल्हाड़ी चला दी। अभी मौके पर चार आम के हरे पेड़ बचे हुए हैं।। वन विभाग की मिलीभगत से ऊंचागांव क्षेत्र में लगता प्रतिबंधित पेडों का अवैध कटान रुकने का नाम नहीं ले रहा है पिछले करीब पन्द्रह दिन पहले भी मदनगढ़ में इसी जगह पर लगभग दो दर्जन आम के पेडों को लकड़ी माफियाओं ने काट दिया था।
जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन दरोगा प्रमोद कुमार भारती को दी थी लेकिन। बिना कोई कार्रवाई के खानापूर्ति करते हुए मामला रफा दफा कर दिया गया था शनिवार को काटे गए आम के बाईस पेड़ो के कटने की जानकारी वन दरोगा प्रमोद कुमार भारती से ली तो उन्होंने बताया कि लकडी ठेकेदार पर जुर्माने की बात चल रही हैं।अगर वह जुर्माना देने में असमर्थ होता है तो विभाग ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज कराएगा उड़नदस्ता प्रभारी विनोद चौधरी ने बताया कि हमारी उड़नदस्ता टीम मदनगढ़ में मौके पर पहुंची थी जिसमें बाईस पेड कटे मिले और तीन पेड़ो की कटाई के लिए गड्ढे खुदे हुए थे। जिसमें एक गाड़ी को मौके पर पकड़कर वन दरोगा प्रमोद कुमार को सौंप दी गई है। डीएफओ को इस मामले से अवगत करा दिया गया है। इस मामले में वन दरोगा द्वारा कार्रवाई की जा रही है।
