बुलंदशहर : नीतू का गुनाह इतना था कि उसने दबंग की बात नहीं मानी। अनुसूचित जाति की है, इसलिए उसे कमजोर मानते हुए उत्पीड़न व शोषण का प्रयास किया गया लेकिन वह अपने स्वाभिमान पर कायम रही। दबंग की बात नहीं मानी तो उसने उत्पीड़न शुरू कर दिया। उस पर सुबह से शाम तक अश्लील फब्तियां कसी जाती थी, उसने सब बर्दाश्त किया। एक दिन बर्दाश्त की सीमा पार हुई तो उसने विरोध किया।
दबंग ने घर में घुसकर नीतू को न सिर्फ बेरहमी से पीटा, बल्कि उसके साथ अश्लील छेड़छाड़ भी की। उसे जाति सूचक शब्दों से संबोधित किया गया। वह अपनी पीड़ा लेकर शहर कोतवाली पहुंची तो वहां उसकी सुनी नहीं गयी। उसने जोरदार विरोध किया तो आरोपित को पकड़कर थाने तो पुलिस ले आयी बाद में दबंग के चहेतों ने राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल कर उसे रात में ही छुड़ा लिया। नीतू अब दर-दर की ठोकर खाकर न्याय मांग रही है। कह रही है, आरोपित के खिलाफ कार्रवाई करो लेकिन उसकी कोई सुनने को कोई तैयार नहीं है। परेशान, नीतू ने महिला आयोग को शिकायत कर न्याय मांगा है। चेतावनी दी है कि ऐसे हालात में उसे अब पलायन करना पड़ेगा। पुलिस इस मामले में चुप्पी साधे है।
यह मामला बुलंदशहर के शहर कोतवाली क्षेत्र के सुशीला विहार द्वितीय भूड का है। नीतू खटीक समाज से ताल्लुक रखती है। पति-पत्नी पशु पालन कर परिवार का जीवन यापन करती है। उसके सामने रहने वाला आरोपित दबंग है। आरोपित उस पर बुरी नजर रखता है। 13 जून को आरोपित की अश्लील फब्तियां का विरोध करने पर उसने नीतू को बेरहमी से पीटा। नीतू ने थाने जाकर शिकायत की तो आरोपित को पुलिस उठाकर थाने ले आयी। चार घंटे बाद ही उसे कुछ नेता व दबंग छुड़ा ले गए।
पीड़िता इसका विरोध करती रही लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी। वह इंस्पेक्टर से लेकर एसएसपी तक अपना दुखड़ा सुनाती रही लेकिन उसे न्याय नहीं मिला। दूसरी ओर आरोपित का उत्पीड़न बढ़ गया। परेशान नीतू ने अब शहर छोड़ने का फैसला कर लिया है। एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में उसने चेतावनी दी है कि आरोपित के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वह पलायन करेगी। राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र भेजकर भी उसने न्याय मांगा है तथा कहा है कि यदि उसे न्याय नहीं मिला तो वह शहर छोड़कर चली जाएगी। महिला की इस पीड़ा को सुनने वाला कोई नहीं है, बस सब आंख मूूंदे बैठे है।