औरंगाबाद बुलंदशहर : राजेन्द्र अग्रवाल ब्लाक लखावटी में सैंकड़ों गैरमान्यता प्राप्त स्कूल, पब्लिक स्कूल कान्वेंट स्कूल धड़ल्ले से चल रहे हैं।इन सभी स्कूलों में सब कुछ बिकाऊ की तर्ज पर अभिभावकों को जी भरकर लूटा जा रहा है।
आलम यह है कि डृैस, कोर्स, किताब कापी ,बेल्ट बिल्ला, आई कार्ड से लेकर टिफिन बॉक्स टाफी चाकलेट बिस्कुट मैगी तक सब कुछ स्कूल में पैसा लेकर दिया जा रहा है। शिक्षा के नाम पर स्कूलों में मामूली वेतन पर अप्रशिक्षित बेरोजगार युवक युवतियों को भर्ती करके शिक्षा देने का ढोंग रचाया जा रहा है।
इन स्कूलों में ट्रांसपोर्ट भी मनमानी कीमत वसूल कर उपलब्ध कराई जा रही है। स्कूली गाडियां बच्चों को गाय बकरियों की भांति भरकर सड़कों पर दनदनाती नजर आती हैं लेकिन किसी भी जिम्मेदार अधिकारी को इनकी फिटनेस तक चैक करने की फुर्सत नहीं है लगता है जिला प्रशासन को हादसे का इंतजार है हादसा हुआ और फिटनेस चैक करने का ड्रामा शुरू कर दिया जाता है।
गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय तो धड़ल्ले से चल ही रहे हैं एक और घोटाला रिश्वतखोर अधिकारियों की शह पर धड़ल्ले से चल रहा है। सूत्र बताते हैं कि पूरे ब्लाक लखावटी में कक्षा 12 तक स्कूल चलाये जा रहे हैं जबकि सैंकड़ों स्कूलों में से सिर्फ चंद स्कूलों ने ही कक्षा 12 तक की मान्यता प्राप्त की हुई है।
अधिकांश स्कूलों में सिर्फ कक्षा पांच तक अथवा कक्षा आठ तक ही पढ़ाने की मान्यता प्राप्त की हुई है लेकिन रिश्वतखोर अधिकारियों की पौ बारह के चलते आठवीं कक्षा तक मान्यता प्राप्त होने के बाबजूद कक्षा बारहवीं तक शिक्षा दी जाती है। बोर्ड परीक्षा सैटिंग करके अन्य मान्यता प्राप्त स्कूलों में करा दी जाती है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी वी के शर्मा ने गत दिवस कुछ स्थानों पर निरीक्षण किया था जिसमें उन्होंने खुद इस तथ्य को अपनी आंखों देखा था और एफ आई आर कराने के निर्देश अधीनस्थों को दिये थे लेकिन ब्लाक लखावटी में वो भी किसी स्कूल का निरीक्षण करने का साहस नहीं जुटा सके।
जबकि ब्लाक लखावटी मुख्यालय पर खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के सामने ही आठवीं कक्षा तक मान्यता प्राप्त एक स्कूल कक्षा 12तक की शिक्षा धड़ल्ले से देता हुआ शिक्षा विभाग के भृष्ट अधिकारियों को ठेंगा दिखाता आ रहा है।
खंड शिक्षा अधिकारी लखावटी विकास कुमार से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कहा कि फिलहाल निकाय चुनावों में ड्यूटी पर तैनात हैं निकाय चुनावों के बाद अभियान चलाया जाएगा और गैर मान्यता प्राप्त अथवा अधोमानक मान्यता पाये जाने पर कठोर कार्रवाई होगी।
